मंदिर खुलता है
भुपाली
काकड आरती, बाबा को समाधि मंदिर में नैवेद्य/भोग, व्दारकामाई में दीये जलाना
समाधि मदिर में मूर्ति और समाधि का मंगलस्नान।
आरती शिरडी माझे पंढरपूर
समाधि मंदिर के दर्शन की शुरुआत।
घी और चावल के साथ व्दारकामाई में धुनी पूजा
मध्याह्न आरती
समाधि मंदिर में पोथी
सूर्यास्त की आरती
भजन-कीर्तन-गायन इत्यादी
शेज आरती और उसके बाद बाबा को शाल का आवरण देना।